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उज्जैन की चार्वी मेहता ने वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप में जीता रजत पदक, व्हीलचेयर कैटेगरी में रचा इतिहास; चार्वी बनीं विश्व की दूसरी सबसे बेहतरीन व्हीलचेयर शतरंज खिलाड़ी!
उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
गोवा में 22 से 30 जुलाई तक आयोजित हो रही 24वीं इंडिविजुअल वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप के तीसरे दिन भारत की ओर से एक बड़ी और गर्व की खबर सामने आई है। उज्जैन की रहने वाली चार्वी मेहता ने ब्लिट्ज फॉर्मेट में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए व्हीलचेयर कैटेगरी में विश्व स्तर पर रजत पदक (Silver Medal) अपने नाम किया है। चार्वी की यह जीत केवल उनके व्यक्तिगत संघर्ष और प्रतिभा की कहानी नहीं है, बल्कि यह भारत की पैरा स्पोर्ट्स की दुनिया में एक प्रेरणादायक उदाहरण बनकर उभरी है।
केंद्रीय विद्यालय में कक्षा 10वीं की छात्रा चार्वी लगातार तीसरे वर्ष नेशनल पैरा चेस चैंपियनशिप की विजेता रह चुकी हैं। लेकिन इस बार का सफर उनके लिए और भी चुनौतीपूर्ण रहा। शुरुआती तीन मैचों में पिछड़ने के बाद चार्वी ने जबरदस्त वापसी की और आत्मविश्वास के साथ ऐसा खेल दिखाया, जिसने विश्व स्तर के खिलाड़ियों को भी चौंका दिया। उनकी सूझबूझ, रणनीति और साहसिक चालों ने उन्हें व्हीलचेयर कैटेगरी में दुनिया की दूसरी सबसे बेहतरीन खिलाड़ी बना दिया।
चार्वी की इस अद्भुत सफलता के पीछे उनके परिवार की प्रेरणा और सहयोग भी अहम भूमिका में रहा है। वे इंटरनेशनल मल्लखंभ अंपायर डॉ. आशीष मेहता एवं इंजीनियर तरुश्री मेहता की पुत्री हैं। चार्वी के पिता को मध्यप्रदेश शासन द्वारा विक्रम व विश्वामित्र अलंकरण से सम्मानित किया जा चुका है, और अब उनकी बेटी भी खेल के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना रही है।
उज्जयिनी शतरंज संघ के अध्यक्ष संदीप कुलश्रेष्ठ ने चार्वी की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि चार्वी की जीत केवल उज्जैन या भारत की नहीं, बल्कि उन सभी खिलाड़ियों की जीत है जो कठिन परिस्थितियों के बावजूद सपने देखना और उन्हें साकार करना नहीं छोड़ते। चार्वी की उपलब्धि पर उज्जैन के विभिन्न खेल संगठनों, शतरंज संघ और शिक्षा जगत के प्रतिनिधियों ने उन्हें बधाइयाँ दी हैं।